कश्मीर के पहलगाम में जब पाकिस्तान ने हिंदुओं को चुन चुनकर उनकी पहचान की वजह से मारा था, उसी दिन यह तय हुआ था कि कुछ बहुत बड़ा होगा। और अब भारत ने पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर के जरिए ऐसा जख्म दिया है जो पाकिस्तान की आने वाली नस्लों को भी डराए। भारत ने 7 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान के नौ अलग-अलग ठिकानों में ऐसी आग बरसाई जिसने पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों को राख कर दिया।
भारत का यह बदला सिर्फ मिसाइलों का बदला नहीं था। ऑपरेशन सिंदूर के जरिए यह बदला हर उस विधवा के आंसू का था जिसके माथे के सिंदूर को इन आतंकवादियों ने मिटाया था। यह बदला उन आतंकवादियों के आकाओं को था जिनके सामने जब एक हिंदू महिला ने कहा कि मुझे मार दो तो उसने कहा नहीं तुझे नहीं मारेंगे तुझे और तेरे बच्चों को छोड़ेंगे ताकि तू जाकर हिंदुस्तान को बताए मोदी को बताए कि हमने तेरे पति को मार दिया और अब जवाब दे दिया भारत में प्रधानमंत्री मोदी ने जवाब दे दिया नौ मिसाइलों की गर्जना से रावलपिंडी से लेकर बहावलपुर मुजफराबाद से लेकर मीरपुर हर ठिकाने को राख कर दिया।
पाकिस्तान की धरती लाशों से पट गई है। आतंकवादी अड्डे जो है वो मटियामेट हो गए हैं। ऑपरेशन सिंदौर 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 के बालाकोट स्ट्राइक से कहीं बड़ा है। क्योंकि पाकिस्तान सर्जिकल स्ट्राइक को हमेशा से नकारता आया और एयर स्ट्राइक पर पाकिस्तान कौवों का जिक्र करके मजाक उड़ा रहा था। लेकिन आज वही पाकिस्तान दुनिया के सामने अपने आप को विक्टिम दिखाने की कोशिश कर रहा है। वो डर रहा है, कांप रहा है भारत से एक तरफ लड़ने की कोशिश कर रहा है। दूसरी तरफ दुनिया से भीख मांग रहा है कि भारत से हमें बचा ले।
ऑपरेशन सिंदूर इस नाम में गर्व है। इस कारवाई में प्रलय है। यह नाम भी ऐसे ही नहीं लिया गया। ऑपरेशन सिंदूर का नामकरण भारत सरकार और भारतीय सेना की ओर से एक शक्तिशाली संदेश है। सिंदूर हम सभी जानते हैं कि भारतीय संस्कृति में नारी के सुहाग, सम्मान और अटूट विश्वास का प्रतीक होता है। पहलगाम में जब आतंकवादियों ने जाने ली तो उन हिंदू महिलाओं को विधवा बनाया। उनके माथे का सिंदूर छीना और उन्हें जिंदा छोड़कर यह एहसास कराया कि हम तुम्हें अपमानित कर रहे हैं तुम्हारा सुहाग छीनकर। भारत ने इसीलिए इस ऑपरेशन को ऑपरेशन सिंदूर का नाम दिया और सारी दुनिया को यह बताया कि यह बदला केवल सैन्य कारवाही नहीं है बल्कि हर उस महिला के आंसुओं का जवाब है जिसने अपनों को खोया था। ऑपरेशन सिंदूर हर उस विधवा को एक सच्ची श्रद्धांजलि है जिसके सुहाग को आतंकवादियों ने छीना था। ऑपरेशन सिंदूर उन आंसुओं का जवाब है जो विधवाओं की उनके बच्चों की आंखों से बहे थे और यह नाम सारी दुनिया को बता रहा है कि भारत अपने लोगों के सम्मान उनकी रक्षा करने के लिए कितना संवेदनशील है कितना दृढ़ है।
ऑपरेशन सिंदूर भारत की सांस्कृतिक संवेदनशीलता और आतंकवाद के खिलाफ उसकी अटल प्रतिबद्धता और अपने नागरिकों की रक्षा का जीता जागता सबूत है। ऑपरेशन सिंदूर से पहले लगातार हम और आप यह सोच रहे थे कि भारत सरकार कार्रवाई क्यों नहीं कर रही? क्योंकि सर्जिकल स्ट्राइक 11 दिन में हो गई थी। एयर स्ट्राइक 12 दिन में हो गई थी। इस बार 14 15 दिन हो गए। लेकिन भारत सरकार ये जानती थी कि पाकिस्तान इंतजार कर रहा है और इसीलिए इस बार पाकिस्तान को बेवकूफ बनाया गया। उसे मॉक ड्रिल के भ्रमजाल में फंसाया गया। 6 मई 2025 को भारत की तरफ से ऐलान होता है कि 244 क्षेत्रों में मॉक ड्रिल किया जाएगा। भारत ने यह संदेश दिया कि 1971 के बाद ये पहला अभ्यास होगा। भारत किसी बड़े हमले की तैयारी कर रहा है। लेकिन उस मॉक ड्रिल का मकसद पाकिस्तान को भ्रम में डालना था और पाकिस्तान उस भ्रम में फंसा।
पाकिस्तान ने युद्ध की तैयारियों का संकेत मॉकड्रिल को माना। सेना को हाई अलर्ट पर रखा। उसकी खुफिया एजेंसियां भारत के अगले कदम का अनुमान लगाने में उलझी रहीं। लेकिन यहीं पर भारत ने तैयारी की और फिर पाकिस्तान के नौ ठिकानों पर आतंकवादियों के अड्डों को तबाह कर दिया। ऑपरेशन सिंदूर से पहले वो जो मॉक ड्रिल था वो भारत का मास्टर स्ट्रोक था जिसने पाकिस्तान को पूरी तरह से जख्म मचा दिया। अब पाकिस्तान दुनिया के सामने रो रहा है। पाकिस्तान ये दावा कर रहा है कि भारत ने उनके नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाया।
पाकिस्तान ये दावा करने की कोशिश कर रहा है कि हमने बच्चों को निशाना बनाया। झूठी-झूठी कहानियां बना रहा है। लेकिन भारतीय सेना हर उस कहानी को बेनकाब कर रही है। रक्षा मंत्रालय ने कह दिया कि हम पूरी जानकारी आपको देंगे बाद में। लेकिन इतना बता दिया कि हमारे पास हर लक्ष्य के आतंकवादी ठिकाना होने के पुख्ता सबूत है। वैसे भी पाकिस्तान का प्रोपेगेंडा पूरी दुनिया के सामने कई बार बेनकाब हो चुका है। पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान वही देश है जो हाफिज सईद को पालता है, मसूद अज़ार को पालता है। जिसके घर में ओसामा बिन लादेन था जिसे अमेरिका ने घुस कर मारा था। तो वो पाकिस्तान किस तरह से कहेगा कि हिंदुस्तान ने उसके आतंकवादी अड्डों को नहीं ठिकाना बनाया।
हिंदुस्तान और पाकिस्तान में अंतर है। हिंदुस्तान जब पाकिस्तान में घुसकर मारता है तो वह छाती ठोक कर कहता है कि तुम्हारे यहां आतंकवादी अड्डे थे। लेकिन हिंदुस्तान के अंदर आतंकवादी अड्डे नहीं ये बात पाकिस्तान जानता है और यही अंतर पाकिस्तान और हिंदुस्तान में है जो सारी दुनिया देख रही है। इसीलिए आज अमेरिका से लेकर इजराइल तक कह रहा है कि हम हिंदुस्तान के साथ खड़े हैं। वैसे पाकिस्तान के पास अभी भी दो रास्ते हैं कि बेहतर है कि वो आतंकवाद को छोड़े सुधर जाए या फिर भारत से युद्ध लड़े और इतिहास का हिस्सा बन जाए। और अगर पाकिस्तान को यह लगता है कि पाकिस्तान हिंदुस्तान को वो जो सीमा पर फायर कर रहा है या अपने F16 का थोस दिखाने की कोशिश कर रहा है तो उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस वक्तव्य को याद कर लेना चाहिए जिसमें प्रधानमंत्री ने कहा था कि मुझ में रिस्क लेने की क्षमता औरों से कहीं ज्यादा है। अभी वह समय नहीं आया कि मैं रिस्क कितना ले सकता हूं उसका एहसास किसी को कराओ। और आज उसका एक बहुत बड़ा ट्रेलर या कहें कि एक शॉर्ट फिल्म ऑपरेशन सिंदूर के जरिए हिंदुस्तान ने दिखा दी पाकिस्तान को। अभी भी वक्त है कि पाकिस्तान आतंक से दूर हट जाए वरना ऑपरेशन सिंदूर का बड़ा वर्जन जो है वो पाकिस्तान को देखना पड़ेगा।
क्या हुआ ऑपरेशन सिंदूर में? कैसे हुआ ऑपरेशन सिंदूर? यह आज हम आपको बताते हैं। 7 मई 2025 की सुबह-सुबह जब दुनिया नींद में सोई थी तब भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। भारतीय वायुसेना के मिराज 2000 sukhhoई 30 और स्वदेशी तेजस लड़ाकू विमानों ने आसमान से गर्जना कर दी। डीआरडीओ द्वारा विकसित स्वदेशी ड्रोन ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलें और पिनाका मल्टीबैरल रॉकेट लांचरों ने मिलकर पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया और उन्हें राख में तब्दील कर दिया।
रक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार ये ठिकाने भारत के खिलाफ आतंकवादी साजिश के केंद्र थे। सेटेलाइट इमेजरी ह्यूमन सिग्नल इंटेलिजेंस के आधार पर इन ठिकानों को चुना गया ताकि सटीकता जो है आतंकवादी ठिकानों को लेकर 100% रहे और कई निशाने लगाए रावलपिंडी में लगाया गया जहां लश्कर तैयबा का सबसे बड़ा प्रशिक्षण शिविर है जहां आतंकवादियों को पाकिस्तान हथियार देता है। विस्फोटक देता है। ड्रोन हमले की ट्रेनिंग दी जाती है। यहीं से रक्षा मंत्रालय का मानना है कि पहलगाम के हमले की साजिश रची गई थी और इस जगह को हिंदुस्तान नेस्तनाबूद कर दिया।
बहावलपुर वो जगह जहां पर जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ है। यहां से 2001 के संसद हमले और 2019 के पुलवामा हमले की साजिश रची गई थी। इसके ठिकाने पर भी हिंदुस्तान ने हमला किया है और खबर आ रही है कि इनका टॉप कमांडर मौलाना तालिब मारा गया है। मुजफराबाद जो पीओके में है आतंकवादी संगठनों का लॉजिस्टिक और कमांड सेंटर जहां से हथियारों का भंडार फंडिंग का प्रबंधन होता है। कहा जा रहा है कि यहां पर 50 टन से ज्यादा गोला बारूद था जो भारत के स्ट्राइक में नष्ट हो गया।
मीरपुर घुसपैठियों का प्रशिक्षण केंद्र जहां आतंकवादियों को भारत में प्रवेश करने की ट्रेनिंग दी जाती थी। यहां पर कई आतंकवादी थे जो अब निकल लिए हैं। कराची के भी कई बाहरी इलाकों की बात की जा रही है। एक गुप्त ठिकाना जहां से साइबर हमले और ड्रोन ऑपरेशंस की योजना बन रही थी। यह ठिकाना लश्कर के साइबर यूनिट का हब था। इसे भी निशाना बनाया गया। खैबर पख्तून ख्वा के पास सीमा पर लॉन्चपड जहां से आतंकी भारत में घुसपैठ की साजिश रच रहे थे। यहां भी 20 आतंकवादी ढेर किए गए। कहा जा रहा है कि बलूचिस्तान के पास भी हथियार तस्करी का प्रमुख केंद्र था। जहां से आतंकवादियों को गोला बारूद की आपूर्ति होती थी। इस ठिकाने पर भी 10 टन आरडीएक्स नष्ट किया गया। और भी कई इलाके हैं पीओके के आसपास गुप्त इलाके जहां भारी मात्रा में आतंकवादी और के हथियार थे। उन्हें भी ब्रह्मोस मिसाइलों से नष्ट किया गया।
हालांकि इनमें से कई जानकारी है वो सोर्सेस के हवाले से छन छना कर आ रही है। इसलिए जानकारियां थोड़ी बहुत आगे पीछे हो सकती है क्योंकि अभी भी भारतीय सेना की तरफ से आधिकारिक ऐलान का इंतजार है। ये जानकारियां सोर्सेस के हवाले से अखबारों के जरिए हिंदुस्तान, पाकिस्तान और दुनिया की जो तमाम मीडिया एजेंसी हैं उनके जरिए निकाली गई है। तो इन जानकारियों पर जो और जानकारियां आएंगी वो हम आपको बताते रहेंगे। लेकिन एक बात जो स्पष्ट तौर पर भारतीय सेना ने कही है अपनी जानकारी में जब इस हमले को कंफर्मेशन आया उसके बाद कही वो ये कि ये हमला संतुलित हमला था जिसमें ताकत का प्रदर्शन तो था लेकिन युद्ध से परहेज था। दरअसल ऑपरेशन सिंदूर भारत की रणनीतिक परिपक्वता का सबूत था। यह बदला सटीक था, संतुलित था, घातक था।
भारत ने आतंकवादी ठिकानों को तो निशाना बनाया लेकिन पाकिस्तान की सेना को निशाना नहीं बनाया गया। पाकिस्तान की आवाम को निशाना नहीं बनाया गया। रिहाइशी इलाकों को निशाना नहीं बनाया गया। बच्चों को, औरतों को, पुरुषों को निशाना नहीं बनाया गया। इसकी वजह थी भारत पाकिस्तान से युद्ध नहीं चाहता। भारत चाहता है कि पाकिस्तान को यह एहसास कराया जाए, कि जो तुमने पहलगाम में किया, जिनको पालपोसकर किया, उनको नष्ट करने की क्षमता हमारे अंदर है। इसलिए हमें छेड़ो मत, छेड़ोगे तो छोड़े नहीं जाओगे। इसीलिए भारत ने सेटेलाइट इमेज सिग्नल इंटेलिजेंस के साथ सटीक हमला किया कि पाकिस्तान को जवाब देने का मौका ना मिले।
मॉकड्रिल के उन्हें जाल में फंसाकर हमला किया और यह हमला पाकिस्तान को एक संदेश है। यह बदला सिर्फ सैन्य नहीं मनोवैज्ञानिक और आर्थिक प्रहार के तौर पर भी है जिसमें भारत दुनिया को भी यह बता रहा है कि यह नया भारत है जहां पर हम लोगों को उकसाते नहीं है। हम पहला हमला नहीं करते हैं लेकिन हम बर्दाश्त भी नहीं करते हैं। और इसीलिए आज हम कह रहे हैं कि ऑपरेशन सिंदूर भारत ये केवल एक सैन्य जीत नहीं है। यह भारत के अमर गौरव, उसके सांस्कृतिक ताकत, उसके अजय संकल्प की गाथा है।
ऑपरेशन सिंदूर आज उन तमाम विधवाओं के लिए श्रद्धांजलि है जिनके सुहाग को आतंकवादियों ने छीना। ये उन तमाम महिलाओं के सम्मान की रक्षा थी जिन्हें आतंकवादियों ने धमकाया। यह पाकिस्तान के लिए एक अंतिम चेतावनी थी जो देश मसूद अजहर, हाफिज सईद और ओसामा बिन लादेन जैसे आतंकवादियों को पनाह देता है। यह संदेश था कि भारत को छेड़ो मत और अगर छेड़ोगे तो भारत तुम्हें नहीं छोड़ेगा।
अब पाकिस्तान चाहे जो नौटंकी कर ले, बच्चों को ढाल बना ले, दुनिया के सामने पीड़ित बन ले। लेकिन सारी दुनिया के सामने भारत ने दिखा दिया है कि भारत बदला लेना जानता है। भारत ने ना सिर्फ आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त किया बल्कि पाकिस्तान के आतंकी साम्राज्य की कमर तोड़ी है और ऑपरेशन इतिहास भविष्य में भी इतिहास के स्वर्णिम पन्नों में उस गाथा के तौर पर सुनाया जाएगा जिसमें भारत ने अपने लोगों अपने सम्मान और अपने देश की महिलाओं के सिंदूर का सम्मान बचाने के लिए प्रलय मचा दिया था। फिलहाल ये बदला पूरा हुआ लेकिन भारत की नजर अभी भी उन आतंकवादियों पर है। उन आकाओं पर टिकी है जो भारत की शांति को चुनौती देने की हिम्मत कर रहे हैं। भारत अभी भी पाकिस्तान से कह रहा है कि ये हमला सिर्फ आतंकवादियों पर था संतुलित हमला था।